आशा रानी ज्ञान चाँद जैन सरस्वती शिशु मंदिर, नायगाव पेलिओ, देहरादून में स्थित हैं! जो की ISBT देहरादून से 17km दूर हैं । 2017 -18 में विद्यालय बंद होने कगार पर था और वहा 11 छात्र रह गए थे । प्रान्त के अधिकारियों और पृथ्वीकुल फाउंडेशन की सहायता से विद्यालय को नई थीम पर चलाने की योजना बनी । जिसमे विद्यालय में निन्म कार्यो का क्रियान्वयन किया गया ।
1. आधारभूत संरचना
- मुख्य भवन: विद्यालय की मुख्य दीवारों पर भारतीय संस्कृति आधारित बैनर , पेंट व कुछ कला सम्बन्धी कार्य किया ।
- सामान्य क्षेत्र: विद्यालय के गैलरी एरिया में विभिन्न विषयों पर आधारित प्रदर्शनी को विकसित किया गया ! जिसमें भारत रत्न, परमवीर चक्र, सगीतज्ञ, खेल से जुड़े खिलाडी इत्यादि विद्यालय की स्थिति के अनुसार एक छोटा सामान्य रनिंग ट्रैक भी तैयार किया ।
- कक्षा कक्ष: विद्यालय के कक्षा कक्ष को जगल, समुद्र, अंतरिक्ष आदि की थीम पर तैयार किया गया जिसमे दीवरों पर को मैग्नेटिक बनाकर फ़्लैश कार्ड बनाये गए जो कि बस्ता रहित शिक्षा के क्रियाव्यन के लिए भी महत्वपूर्ण कदम हैं विद्यालय के फर्नीचर व छात्रों के बैठने की व्यवस्था पर भी कार्य किया गया।
2. हार्डवेयर
विद्यालय में आधुनिकतम टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग होता हैं! विद्यालय में मोबाइल टेबलेट प्रोजेक्टर, प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, लर्निंग कीटस (खेल, स्वास्थ्य – चिकित्सा, विज्ञान गणित और दिमागी खेल संगीत/ललित कला/नृत्य) आदि संस्धानों को जोड़ा हैं जिसका विद्यालय में सुचारु रूप से उपयोग होता हैं ।
3. प्लैनेटस्कूल पेडगोजी अपग्रेड
विद्यालय में निन्मलिखित शिक्षण पद्धतियों का उपयोग सामान्यतः होता हैं-
- प्री प्राइमरी: बैग फ्री एजुकेशन
- बहुभाषी: कई भारतीय और वैश्विक भाषाओं का तेजी से सीखना
- स्टेम: फिर से खोज, फिर से आविष्कार, परियोजनाओं, ओलंपियाड
- करियर: मेंटर्स, काउंसलिंग, रोल प्ले एक्टिविटीज, स्किल्स, पाथ गाइडेंस
- स्वास्थ्यः मासिक जांच (वजन/ऊंचाई/रोग/आंखें आदि)
- कला: नृत्य, संगीत, ललित कला: नमूना गतिविधि वीडियो, प्रतियोगिताएं
- ग्लोबल एक्सपोजर: अतिथि शिक्षक, ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आदि
- शारीरिक: खेल, फिटनेस आदि
4. सत्र 2017 -18 से एवं 2022 -23 तक छात्र संख्या ।
सत्र | 2017-2018 | 2018-2019 | 2019-20 | 2020-21 | 2022-23 |
छात्र संख्या | 11 | 79 | 135 | 174 | 244 |