समिति सह स्वावलंबी पूर्व छात्र सम्मेलन
पटना। केशव सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक विद्यालय केशवपुरम मरचा मरची में विद्या भारती उत्तर-पूर्व क्षेत्र के तत्वावधान में दो दिवसीय समिति सह स्वावलंबी पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह माननीय गोपाल कृष्ण जी ने कहा कि समाज में परिवर्तन के लिए बालकों को संस्कारयुक्त शिक्षा देना अनिवार्य है। इससे ही भारत विश्व गुरु बनेगा। वर्तमान में विद्या भारती के 13 हजार विद्यालय हैं जहां 1 लाख 15 हजार आचार्य 30 लाख भैया-बहनों को संस्कारयुक्त शिक्षा दे रहे हैं। बच्चों के लिए लौकिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा के साथ भारतीय शिक्षण पद्धति एवं भारतीय संस्कृति को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की ज्ञान स्थली रहा है। माननीय गोपाल कृष्ण जी ने पूर्व छात्रों से विद्या भारती के विद्यालयों को सहयोग करने की अपील की।
सम्मेलन में 1500 पूर्व छात्र, 500 समिति सदस्य, 10 केन्द्रीय अधिकारी, 10 क्षेत्रीय अधिकारी और 40 प्रांतीय अधिकारी शामिल रहे। विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री गोबिंद चंद्र महंत ने भी विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता पूर्व छात्र डिप्टी कमिश्नर अभिषेक आनंद व संचालन पूर्व छात्र कौशलेश कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय मंत्री कमल किशोर सिन्हा, क्षेत्रीय प्रचारक रामनवमी प्रसाद, क्षेत्र कार्यवाह डा.मोहन सिंह, दक्षिण बिहार के प्रांत प्रचारक राणा प्रताप सिंह, उत्तर बिहार के प्रांत प्रचारक रविशंकर, विभाग प्रचारक आशीष कुमार, विद्या भारती उत्तर-पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मं त्री ख्याली राम, क्षेत्र सचिव नकुल कुमार शर्मा, दक्षिण बिहार प्रांत के प्रदेश मंत्री भरत पूर्वे, प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, उत्तर बिहार के प्रदेश मंत्री डॉ सुबोध कुमार, प्रदेश सचिव मुकेश नन्दन, सहसचिव रामलाल सिंह, पूर्व छात्र के केंद्रीय संयोजक राहुल कुमार, दक्षिण बिहार के प्रांतीय मीडिया संयोजक राकेश नारायण अम्बष्ट प्रधानाचार्य मनोज कुमार मिश्र, प्रांतीय पूर्व छात्र प्रमुख अनुराग महाराणा, डॉ. रंजीत कुमार वर्मा आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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