भारत का शिक्षा दर्शन कहता है कि कोई किसी को सिखा नहीं सकता है जब तक कोई व्यक्ति खुद सिखने की कोशिश नहीं करता – श्री देशराज
शिमला। हिमाचल शिक्षा समिति द्वारा सरस्वती विद्या मन्दिर हिम रश्मि परिसर, विकासनगर, शिमला में पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विशेष रूप से विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के महामंत्री देशराज , गुलाब सिंह मेहता , मोहन केस्टा , दिलाराम चौहान , ज्ञान आदि उपस्थित रहे।
इस कार्यशाला में भारत का ज्ञान एवं शैक्षिक विषयों उसका समावेश, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 प्रारम्भिक बाल्यकाल देखभाल एवं शिक्षा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21st Century skills, विद्यालय में प्रधानाचार्य की भूमिका, व्यक्तित्व एवं पंचकोशिय विकास, Basic Knowledge of ICT, प्रधानाचार्य का विद्यालय के हितधारकों के साथ सामजस्य, राष्ट्रीय शिक्षा नीति नेतृत्त्व गुण, विद्यालय की वार्षिक योजना एवं बजट निर्माण, विद्या भारती के सात आवश्यक कार्यक्रम, How to implement NEP in classroom, राष्ट्रीय शिक्षा नीति Learning outcome, अभिनय शिक्षण पद्धति ( पंचपदी ), विद्या भारती के केन्द्रीय विषय एवं विद्यालयों में शैक्षिक स्तर को सुधरने हेतू विभिन्न प्रयोग इत्यादि विषयों पर विस्तार पूर्वक मंथन किया गया। कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश के 11 जिलों के वरिष्ठ माध्यमिक व उच्च विद्यालयों के 62 प्रधानाचार्य एवं मुख्यायापक ने भाग लिया।
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