जीवन को जीवंत बनाती है कला : रंजीता
मुंगेर। राज्यस्तरीय फुटबॉल कोच एवं गया पुलिस विभाग में कार्यरत रंजीता सिंह ने कहा कि बच्चों में अनेक प्रकार की प्रतिभाएं छिपी रहती हैं। कला संगम जैसे मंच के माध्यम से इन बाल कलाकारों को अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिलता है। पुरानीगंज स्थित वरिष्ठ माध्यमिक सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित दो दिवसीय विभागीय कला संगम में रंजीता सिंह ने बताया कि किस प्रकार एकाग्र मन से अपनी अन्तर्निहित प्रतिभा को रंगों की सहायता से कागज पर उकेरा जा सकता है। विभाग प्रचारक देवेंद्र कुमार ने कहा कि संगीत एक विद्या या कला ही नहीं बल्कि जीवन की लय है।
विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष अमरनाथ केशरी ने कहा कि संगीत से मानव का संपूर्ण विकास होता है। यह मानव की सभी इंद्रियों को सजग करता है। संगीत मन और आत्मा को अनुशासन में लाकर सम्यक विकास करने की क्षमता रखता है। मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम प्रमुख काशीनाथ मिश्र ने किया।
कला संगम में मेहंदी, रंगोली, अल्पना, मूर्तिकला एवं रंगमंचीय विधाओं पर आधारित प्रतियोगिताएं रखी गईं। इसमें मुंगेर विभाग के 21 सरस्वती शिशु विद्या मंदिरों के लगभग 150 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता राकेश कुमार, जिला निरीक्षक सतीश कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।