शिक्षा के माध्यम से वैचारिक क्रांति लाना विद्या भारती का उद्देश्यः अवनीश भटनागर
भोपाल। विद्या भारती के अखिल भारतीय महामंत्री श्री अवनीश भटनागर ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से समाज परिवर्तन एवं वैचारिक क्रांति लाना हमारा उद्देश्य है। इसी को ध्यान में रखते हुए 1952 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पहले सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना की गई थी।
आवासीय विद्यालय शारदा विहार भोपाल में दो दिवसीय संकल्प दृष्टि-2024 प्रांतीय समिति समागम में श्री अवनीश ने कहा कि हम सभी विद्यालयों का संचालन करने वाले कार्यकर्ता हैं। पद हमारे कार्य का आधार नहीं है। हम अपने कार्य को समर्पण के साथ करते हैं और इसी कारण कार्य को सुगमता और सरलता से सफलता की ओर ले जाते हैं। हमारे कार्य का वैचारिक अधिष्ठान अलग है। समाज में अभी अलग प्रकार का विचार है,लेकिन हमें अपने मूल विचार को ध्यान में रखते हुए समाज का परिवर्तन करना। विद्या भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री श्री यतीन्द्र शर्मा ने मध्यक्षेत्र की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विद्या भारती मध्य क्षेत्र के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता, श्री श्रीराम अरावकार, श्री मोहनलाल गुप्ता अध्यक्ष सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान, श्री निखिलेश महेश्वरी विद्या भारती मध्यभारत प्रांत के संगठन मंत्री आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में मध्य भारत प्रांत की 180 समितियों से 1500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।