अखिल भारतीय शैक्षिक समूह बैठक
(प्रशिक्षण, विद्वत परिषद, शोध परिषद, मानक परिषद)
स्थान – विद्या भारती राजस्थान , सेवाधाम परिसर, जवाहर नगर सेक्टर-4, जयपुर (राज.)
01 सितम्बर से 03 सितम्बर, 2023
माननीय गोबिंद चन्द्र महन्त, अखिल भारतीय संगठन मंत्री ने कहा, हमारी आवाज स्वीकृति योग्य बने। शिक्षाविदों को जोड़ते हुये विमर्श बनाना है। न्यूज, प्रजेन्टेशन, टी.वी., डिबेट पुस्तक आदि के माध्यम से हम भारत केन्द्रित शिक्षा को जोड़ सकते है। हमारी इकाई छात्र है, वहाँ तक कैसे जाना, यह तय करना है। कमजोरी को मजबूती में कैसे बदले। मूल्यांकन आवश्यक। सुधार क्यों नहीं हुआ तो शोध करना। विद्यालय संबंधी गुणवत्ता के लिए क्रियाशोध आवश्यक। वर्तमान शिक्षण पद्धति में विषय के साथ भारत का क्या संबंध है। विषय के इतिहास का पता होना चाहिये। उच्च शिक्षा में बी.पी.एड. तक शिक्षा में भारत दिखाई नहीं देता है। भारत केन्द्रित शिक्षा की आवश्यकता है।
डाॅ. नन्दिनी लक्ष्मीकान्त, अखिल भारतीय सह मंत्री ने कहा, शोध एक स्वाभाविक प्रकृति है। समस्या अर्थात् – – ? क्यों आदि प्रश्न, इसी को समस्या कहते है। समस्या का समाधान स्थानीय स्तर पर होता है। समस्या के समाधान में अनुभव का भी सहयोग लेते है।
सूचना, सम्प्रेषण, अभिलेख, प्रशिक्षण नियोजन पर चर्चा तथा विषय की विकास यात्रा। पंचपदी शिक्षण। शिक्षण/मानक/विद्वत/शोध का आपसी समन्वयन तथा एक दूसरे को सहयोग। इन विषयों की विशेष चर्चा हुई ।
देशभर से प्रशिक्षण – 13, मानक परिषद – 14, विद्वत परिषद – 04, शोध परिषद – 04, कुल प्रतिभागी – 41 उपस्थित रहे ।
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