अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस पर ‘स्वच्छ सागर – सुरक्षित सागर‘ अभियान
विशाखापट्टनम । विद्या भारती आंध्र प्रदेश से संबद्ध भारतीय विद्या केंद्रम श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और काकीनाडा के तटीय जिलों में एकल विद्यालय चला रहा है। इन एकल विद्यालयों के बच्चों, अभिभावकों एवं ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। इसका उद्देश्य समुद्री जीवन पर प्रदूषण के प्रभाव के बारे में जागरूकता पैदा करना था। मछुआरे अपनी आजीविका के लिए समुद्र पर निर्भर हैं। तटीय क्षेत्रों के प्रदूषण के कारण, मछली की पकड़ तेजी से कम हो रही है। प्लास्टिक के अपशिष्ट ने समुद्री जीवन को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया है।
अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस पर 16 सितंबर को स्वच्छ सागर-सुरक्षित सागर अभियान चलाया गया। यह अभियान अनाकापल्ली जिले के गांवों में मुत्यालम्मापालेम, वडाचिपुरापल्ली, डिब्बुपालेम, टिक्कावानीपालेम, वदानरसापुरम, कोथापालेम, गुनीपुडे, बंगरायपेटा, राजयपेटा, मालापारु, पेंटाकोटा, राजावरम, गजपतिनगरम, वेंकटनगरम, पालमुकपेटा, काकीनाडा जिला थोंडांगी मंडल के अवलदारपाडु, पेरुमल्लापुरम, हेमावरम, चिंताकायलापेटा, पाल्मोनपेटा, तैलाथंतीपेटा, श्रीकाकुलम जिला कविति मंडल के चिक्करिपालेम, बतिवानीपालेम, पेडाकारीवानीपालेम में चलाया गया। पाल्मोनपेटा में बच्चों को उनके कार्य की सराहना करते हुए एक कंपनी के प्रबंधन ने उपहार दिए।
कर्नाटक में सागर तट स्वच्छता दिवस कार्यक्रम में शारदा विद्यालय, कोड़ियालबाईल मांगलोर महानगर, दक्षिकीन कन्नड़ जिले से 25 छात्र, 25 छात्राओं आदि ने भाग लिया।
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