5 फरवरी 2024 को भारती शिक्षा समिति एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति दक्षिण बिहार पटना के तत्वावधान में आयोजित प्रांतीय प्रधानाचार्य सम्मेलन पूरनमल बाजोरिया शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय नरगा कोठी में प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख राणा प्रताप सिंह, भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, महाविद्यालय के अध्यक्ष नंदकुमार इंदु, महा-विद्यालय के सचिव अमिताभ चक्रवर्ती, पूर्णकालिक उमाशंकर पोद्दार, प्राचार्य राजकुमार ठाकुर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
राणा प्रताप सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम एक प्रकार का सिंहावलोकन है वर्ष भर में क्या खोया क्या पाया इसका सिंहावलोकन कर एक लंबी छलांग लगाना है। इस अमृत काल में हमें अमृत पान करना है। संपूर्ण विश्व में हिंदू समाज ही ऐसा धर्म है जिन्होंने मर्यादाओं का पालनकर अपने गौरव को प्राप्त किया। 1925 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रयास से हर क्षेत्र में कार्य प्रारंभ हुआ। प्रधानाचार्य हर ताला की चाभी हैं। हमें बहुत बड़े लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ाना है। भारत जाग रहा है हिंदू जाग रहा है ।संपूर्ण विश्व से हमें हर प्रकार के आतंकवाद को समाप्त करने का प्रयास करना है। हिंदू सर्व समावेशी होता है। संपूर्ण ब्रह्मांड को अपना मानने वाला हिंदुत्व ही है। आने वाले समय में स्व का जागरण होना आवश्यक है। हमारा हस्ताक्षर हिंदी में ही होगा अंग्रेजी हमारा संस्कार नहीं हो सकता है हमें बच्चों के बीच संस्कार मातृभाषा में दी जानी चाहिए। स्वभाषा पर गर्व करना है।
प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए प्रदीप कुमार कुशवाहा ने कहा कि शिशु शिक्षा प्रबंध समिति बिहार का गठन 1977 में किया गया था। बिहार क्षेत्र का प्रथम विद्यालय 1954 में छपरा में दूसरा विद्यालय झारखंड रांची में और तीसरा विद्यालय बेकापुर मुंगेर में शुभारंभ किया गया था। तब से अब तक अनवरत प्रधानाचार्य सम्मेलन हम सब कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति का सांगोपांग समीक्षा इस सम्मेलन में हम सब करेंगे। सभी प्रधानाचार्य बंधु भगिनी पूर्ण रूप से उत्साह के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। नई चुनौतियों को स्वीकार कर दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ योजना को नए आयाम के साथ गति प्रदान करेंगे।
नंदकुमार इंदु ने कहा कि चार दिवसीय प्रधानाचार्य सम्मेलन में आए सभी महानुभावों का अभिनंदन व स्वागत है आप सब जिस कार्य में लगे हैं वह ज्ञान की उपासना है। ज्ञान से बड़ा कोई दूसरी बात हो ही नहीं सकती है दुनिया में ज्ञान का विस्फोट हो रहा है इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी के कारण विकास के कई आयाम बढे हैं। शिक्षा समाज और दुनिया की आवश्यकता के अनुरूप बदलती रहती है।
अतिथि परिचय महाविद्यालय के प्राचार्य राजकुमार ठाकुर द्वारा एवं संचालन पटना विभाग के निरीक्षक रमेश मणि पाठक द्वारा किया गया
इस अवसर पर उमाशंकर पोद्दार, ब्रह्मदेव प्रसाद, राकेश नारायण अम्बष्ट, सतीश कुमार सिंह, परमेश्वर कुमार, गंगा चौधरी, वीरेंद्र कुमार, राजेश कुमार ,रामचंद्र आर्य, आलोक कुमार, सुजीत कुमार गुप्ता, शशि भूषण मिश्र, डॉ अजीत दुबे, गौरी शंकर मिश्र एवं दक्षिण बिहार 17 जिला से आए हुए 250 प्रधानाचार्य उपस्थित थे।
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