सच्ची खेल भावना के साथ खेलने के लिए प्रेरित करती है विद्या भारतीः श्रीराम आरावकर
गुवाहाटी । विद्या भारती की 33वीं राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन शिशु शिक्षा समिति असम द्वारा संचालित विद्या भारती बहुमुखी शैक्षिक प्रकल्प, हाजोंगबड़ी, चंद्रपुर में 3 व 4 दिसम्बर, 2022 को किया गया। प्रतियोगिता में देशभर से 214 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में अंडर 14, अंडर 17 एवं अंडर 19 बालक वर्ग में दक्षिण मध्य क्षेत्र का दल विजयी रहा। अंडर 14 बालिका वर्ग में दक्षिण मध्य क्षेत्र, अंडर 17 बालिका वर्ग में पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र एवं अंडर 19 बालिका वर्ग में दक्षिण मध्य क्षेत्र के दल ने विजय प्राप्त की। मेजबान पूर्वोत्तर क्षेत्र ने अंडर 14 बालक वर्ग में तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर विद्या भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री श्रीराम आरावकर ने बताया कि विद्या भारती स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया से मान्यता प्राप्त है और निष्पक्ष खेल पुरस्कार व श्रेष्ठ अनुशासन पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। विद्या भारती के विद्यालयों में 35 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं जिनमें से 2 लाख विद्यार्थी विभिन्न स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं। विद्या भारती विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की बात करती है और सच्ची खेल भावना के साथ खिलाडियों को खेलने हेतु प्रेरित करती है।
मुख्य अतिथि हॉकी इण्डिया के कोषाध्यक्ष तपन दास जी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेलों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया गया है। विशिष्ट अतिथि क्रीड़ा एवं युवा कल्याण परिषद् के सह सचिव शौर्य शर्मा ने कहा कि जीवन में आने वाली चुनौतियों को शतरंज के खेल की तरह अच्छी रणनीति बनाकर परास्त किया जा सकता है। अध्यक्षता डॉ. जगदीन्द्र रॉय चौधरी ने की। छात्र एवं युवा कल्याण परिषद् असम के सदस्य सचिव गीतार्थ गोस्वामी, बीएल बेरिया, सरस्वती शिशु मंदिर दिब्रुगड़ की पूर्व छात्रा एवं राष्ट्रीय ख़िलाड़ी डॉ. अन्वेषा फुकन, विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री डॉ. पवन तिवारी, शिशु शिक्षा समिति असम के साधारण संपादक कुलेंद्र कुमार भगवती आदि का भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। विद्या भारती के खेल संयोजक सौरभ गौतम, खेल अधिकारी रंजीत सैकिया ने प्रतियोगिताओं का संचालन किया।
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