विद्या भारती के विद्यालयों में लागू होगी बैग मुक्त शिक्षा व्यवस्था
• राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार राष्ट्रीय पाठ्यक्रम फ्रेमवर्क तैयार
• भारत केंद्रित शिक्षा व्यवस्था के लिए कटिबद्ध है विद्या भारती
जयपुर | विद्या भारती के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अवनीश भटनागर ने कहा कि विद्या भारती देशभर के अपने 24 हजार शिक्षा केंद्रों में अगले शैक्षणिक सत्र से भयमुक्त परीक्षा व बैग मुक्त शिक्षा व्यवस्था को प्रारंभिक शिक्षा में लागू करने जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार राष्ट्रीय पाठ्यक्रम फ्रेमवर्क तैयार कर लिया गया है।
विद्या भारती संस्थान जयपुर के क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री अवनीश भटनागर ने कहा कि विद्या भारती विश्व का सबसे बड़ा गैर सरकारी शैक्षिक संगठन है, जिसके देशभर में 24 हजार से अधिक नियमित, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, एकल विद्यालय, वनवासी क्षेत्र व संस्कार केंद्र संचालित हो रहे हैं। भारतीय शिक्षा व जीवन दर्शन के विषयों को कक्षाओं में कैसे क्रियान्वित किया जाए और किस प्रकार शिक्षा भारत केंद्रित कर नई पीढ़ी को तैयार किया जाए, इस बारे में भी जानकारी दी। श्री अवनीश भटनागर ने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से पूरे देश के विद्या भारती के विद्यालयों में नवीन शिक्षा नीति के अनुसार विभिन्न नवाचारों को लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए अध्यापकों के प्रशिक्षण की योजना चरणबद्ध तरीके से बनाई जा रही है।
विद्या भारती के क्षेत्रीय कार्यालय सेवाधाम जवाहर नगर, जयपुर में 23 से 25 नवंबर तक अखिल भारतीय प्रशिक्षण टोली बैठक का आयोजन किया गया। प्रांत प्रचार प्रमुख रामदयाल सैन ने बताया कि बैठक में जयपुर सहित देश के श्रेष्ठ 21 शिक्षाविदों ने भाग लिया। बैठक में शिक्षकों के प्रशिक्षण सहित नवीन शिक्षा नीति के अनुसार कार्यों के संपादन पर मंथन किया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण संयोजक अशोक पांडा, रावला सूर्यनारायण, सहसंगठन मंत्री गोविन्द सिंह, क्षेत्र सहमंत्री प्रेमसिंह शेखावत, राममनोहर शर्मा, विश्व संवाद केंद्र के अशोक शर्मा आदि उपस्थित रहे।
