शिक्षार्थियों में वैज्ञानिक अभिरुचि का विकास कर रही गणित प्रयोगशाला
दिल्ली। शिशु भारती विद्यालय नं. 2, गाँधी नगर, दिल्ली में गणित प्रयोगशाला की कार्यशाला ग्रीष्मावकाश में प्रारंभ किया गया था। इसमें कक्षा तीसरी से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को सम्मिलित किया गया। गणित प्रयोगशाला में छात्रों द्वारा self-explanatory दीवारों का निर्माण किया गया और चारों दीवारें वर्गों के अनुसार विभाजित की गयीं। प्राथमिक विंग की अवधारणा को दर्शाने वाली पहली दीवार, उच्च प्राथमिक विंग की अवधारणा को दर्शाती दूसरी दीवार, बहु-शास्त्रीय अभिगम को प्रदर्शित करती तीसरी दीवार और चौथी दीवार पर वैदिक गणित, भारतीय गणितज्ञों के सूत्र दर्शाए गए। इसमें अधिकतम वस्तुएं गणितीय आकृतियों से सुसज्जित हैं, जैसे फर्नीचर के लिए घनाभ आकृति का प्रयोग किया गया है। कुछ तैयार मॉडल खरीदे भी गए जैसे पूर्णांक की अवधारणा, संख्या रेखा, ज्यामितीय अवधारणा, रंगीन मोती, अबेकस आदि। इन प्रयोगशालाओं में विभिन्न प्रकार के प्रयोग करके बालक न केवल करके सीखते हैं अपितु व्यावहारिक एवं वनोपयोगी ज्ञान भी प्राप्त करते हैं। प्रयोगशाला में कार्य करते हुए शिक्षार्थियों में दायित्व बोध का विकास होता है और शिक्षण प्रक्रिया अधिक प्रभावी बनती है।
गणित प्रयोगशाला शिक्षार्थियों में वैज्ञानिक अभिवृत्ति के विकास में सबसे अधिक प्रभावी और व्यावहारिक साधन है।
गणित प्रयोगशाला में सत्र 2022-23 में विद्यार्थियों ने तीन मॉडल निर्मित किए-
1) पाइथागोरस प्रमेय
2) प्रिज्म और पिरामिड में अंतर
3) METRIC MEASURES
3-डी सौरमंडल बना सामाजिक विज्ञान प्रयोगशाला का मुख्य आकर्षण
विद्यालय में सामाजिक विज्ञान प्रयोगशाला के निर्माण में कक्षा सातवीं से दसवीं तक एवं पूर्व छात्रों को सम्मिलित किया गया। इस प्रयोगशाला की चार दीवारों को वर्गों के अनुसार विभाजित किया गया। ये दीवारें सामाजिक विज्ञान के विषयों जैसे भूगोल, इतिहास, राजनीति शास्त्र एवं अर्थशास्त्र को समर्पित हैं। इन दीवारों को विशेष नाम दिया गया है और ये MULTI-DISCIPLINARY APPROACH पर आधारित हैं। सामाजिक विज्ञान प्रयोगशाला का मुख्य आकर्षण 3-डी सौरमंडल है। प्रयोगशाला में स्मार्ट टी.वी का प्रयोग किया गया है जिसके माध्यम से समय-समय पर विषय से संबंधित वीडियो आदि दिखाए जाते हैं। छात्रों को स्वयं को प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया जाता है। यहां कार्य करते हुए छात्रों में दायित्व बोध का विकास होता है। प्रयोगशाला में संस्कार केंद्र के छात्रों को भी समय-समय पर लाया जाता है। सामाजिक विज्ञान प्रयोगशाला छात्रों को रचनात्मक रूप से सोचने, वन मूल्यों को विकसित करने और उनकी रुचियों का पता लगाने के लिए अवसर प्रदान करती है। सत्र 2022-23 में विद्यार्थियों ने 5 मॉडल्स का निर्माण किया-
1.Volcano (Working Model)
2.Soil Profile
3.Monestry
4.Layers of earth
5.Working of river and Sea waves
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