राष्ट्रीय शिक्षा नीति से शिक्षा व्यवस्था में आएगा बदलाव : अवनीश भटनागर
चित्तौड़गढ़। विद्या भारती के अखिल भारतीय महामंत्री अवनीश भटनागर ने कहा कि विद्या भारती राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को क्रियान्वित करने के लिए तैयार है। नई शिक्षा नीति से देश की शिक्षा व्यवस्था में काफी बदलाव आएगा।
मीडिया से बात करते हुए माननीय अवनीश भटनगार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बाल्यावस्था शिक्षा एवं देखभाल के अन्तर्गत जो बातें कही गई हैं, उनका प्रत्यक्ष अनुभव विद्या भारती के पास है। शिशु वाटिका के नाम से शिशु शिक्षा के लिए अनेक वर्षों से विद्या भारती कार्य कर रही है। क्रिया आधारित शिशु शिक्षण के लिए तैयारी चल रही है और इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में तीसरी बार शिक्षा नीति लागू की गई है। इसे चार चरणों में लागू किया गया है, पहला चरण नर्सरी से कक्षा दो तक, दूसरा चरण कक्ष तीन से पांच तक, तीसरा चरण कक्षा छह से कक्षा 12 और चौथे चरण में कॉलेज शिक्षा लागू की गई है। इस बार मूल्य शिक्षा, गुणवत्ता युक्त शिक्षा, जेण्डर एजुकेशन, तकनीकी शिक्षा भारत ज्ञान शिक्षा के रूप में व्यक्त किया गया है।
अखिल भारतीय महामंत्री ने कहा कि बालकों में कौशल विकास एवं अभिरुचियों को विकसित करने के लिए कक्षा छह से ही रचना हो, इसके लिए प्रयत्न किया जा रहा है। विद्या भारती चित्तौड़ प्रान्त में भी आचार्यों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने प्रबुद्धजनों एवं नागरिकों से अपील की कि शिक्षा के केन्द्र में भारत को लाने एवं वैश्विक नागरिक निर्माण के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सहयोगी बनें।
विद्या भारती चितौड़ प्रान्त ने सात दिवसीय दिशा बोध वर्ग विद्या निकेतन उमावि गांधीनगर चित्तौड़गढ़ में आयोजित किया। इस वर्ग में विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवप्रसाद जी, प्रान्त प्रचारक विजयानन्द जी, सह संगठन मंत्री गोविन्द कुमार एवं प्रान्त सचिव किशन गोपाल आदि उपस्थित रहे।
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