नई दिल्ली । गोवर्धनलाल त्रेहन सरस्वती बाल मन्दिर, नेहरू नगर में भारत केन्द्रित शिक्षा प्रणाली को क्रियान्वित करने हेतु गहन विचार-विमर्श किया गया और विदयालीन शिक्षा की पाठ्यपुस्तकों के लेखन को दिशा देने के लिए विभिन्न विषयों की 13 पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। विद्या भारती के अध्यक्ष श्री रामकृष्ण राव ने भारत केन्द्रित शिक्षा प्रणाली के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि शिक्षा प्रणाली में प्राचीन भारतीय शिक्षा जैसे- वेद, उपनिषद, रामायण और महाभारत पर आधारित शिक्षा को उच्च माध्यमिक स्तर की शिक्षा तक अनिवार्य किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा तकनीकी फोरम के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे, प्रो. उमेश अशोक कदम सचिव भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद् दिल्ली, श्री गोबिंद चंद्र महंत अखिल भारतीय संगठन मंत्री विद्या भारती ने भी विचार रखे। श्री रघुनन्दन संगठन मंत्री विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान, श्याम लाल कालेज दिल्ली के प्राचार्य श्री रविकरण, अंग्रेविभाग की प्रोफेसर श्री कुशा तिवारी, विद्या भारती दिल्ली प्रान्त के संगठन मन्त्री श्री रवि कुमार, विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती वीना गोयल आदि उपस्थित रहे।
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