मथुरा । विद्या भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री श्री यतीन्द्र कुमार शर्मा ने माधव संवाद केन्द्र पर “परिणामोपेक्षी प्रयोग” पुस्तक का लोकार्पण किया। यतीन्द्र शर्मा जी ने कहा कि उद्देश्यपरक पुस्तकें जीवन जीने की कला सिखाती हैं। विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक आदि सभी के लिए पुस्तकों का स्वाध्याय अत्यंत कल्याणकारी है। स्वाध्याय की प्रवृत्ति बढ़ानी चाहिए, इसके लिए विद्यालयों से ही प्रयोग शुरू करने होंगे। विद्या भारती ब्रज प्रदेश के संगठन मंत्री श्री हरी शंकर ने पुस्तकों की गुणवत्ता पर प्रकाश डाला।
सरस्वती विद्या मंदिर ब्रज प्रदेश प्रकाशन के निदेशक डॉ. रामसेवक ने कहा कि पुस्तक लेखन एक साधना है, इसमें लेखक का चिंतन, तपस्या, स्वाध्याय की प्रवृत्ति, दिशा – दृष्टि, मनोदशा, लेखन कौशल आदि अनेक बातें समाहित होती हैं।
परिणामोपेक्षी पुस्तक श्रीजी बाबा सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मथुरा के पूर्व प्रधानाचार्य व राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉक्टर अजय शर्मा के अनुभूति प्रयोग पर आधारित कथ्य शैली में लिखी गई है।
“परिणामोपेक्षी प्रयोग” की भूमिका मा. डॉ. कृष्णगोपाल सह सरकार्यवाह अखिल भारतीय स्वयंसेवक संघ ने लिखी है। पुस्तक छात्र-छात्राओं, अध्यापकों और अभिभावकों के लिए उपयोगी है। शिक्षाविद् लज्जाराम तोमर को समर्पित पुस्तक के सैद्धांतिक, क्रियात्मक, मनोवैज्ञानिक 24 आलेखों को कथ्य शैली में लिखा गया है।
पुस्तक का प्रकाशन सरस्वती विद्या मंदिर ब्रज प्रदेश प्रकाशन माधव कुंज मथुरा ने किया है।कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री चंद्रप्रकाश द्विवेदी मंत्री भारतीय शिक्षा समिति पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र ने की।
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