लक्ष्य प्राप्ति के लिए दृढ़ता, एकाग्रता, आत्मविश्वास और धैर्य का होना जुरुरी – वासुदेव शर्मा।
शिमला जिला ने प्राप्त किया सर्वश्रेष्ठ जिला का खिताब।
हिमाचल शिक्षा समिति द्वारा सरस्वती विद्या मन्दिरों के भैया-बहनों के लिए आयोजित 22वें प्रांतीय गणित-विज्ञान मेले के समापन अवसर पर हिमाचल शिक्षा समिति के उपाध्यक्ष डॉ. खेमराज शर्मा ने कहा कि गणित विज्ञान मेले के आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और विकास की तर्कसंगत सोच पैदा करने के साथ- साथ देशभक्ति का भाव भरना है। छात्रों में विज्ञान एवं वैज्ञानिक सोच को लोकप्रिय करने के लिए इस तरह के मेले का आयोजन प्रहितवर्ष होता है ताकि भारत की प्राचीन एवं अर्वाचीन महान उपलब्धियों की जानकारी बच्चों तक पहुंच सके. छात्रों में अपने देश को उन्नत बनाने का संकल्प जागृत करने की भावना का विकास हो तथा गौरवशाली संस्कृति का ज्ञान हो । कार्यक्रम के मुख्यातिथि विंग कमांडर सेवानिवृत वासुदेव शर्मा ने कहा कि हर व्यक्ति का कोई न कोई लक्ष्य होता है । लेकिन व्यक्ति का सफल होना उसकी तैयारी पर निर्भर करता है जो इच्छाशाक्ति पर निर्भर करती है अगर आपमें अपने लक्ष्य के प्रति इच्छाशक्ति है तो आपको अपने लक्ष्य तक पहुचंने से कोई नहीं रोक सकता । लक्ष्य प्राप्ति के लिए दृढ़ता, एकाग्रता, आत्मविश्वास और धैर्य का होना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही दृढ़ता से अपने लक्ष्य की ओर बढे़ । निरंतर प्रयास और लगन से आप निश्चित रूप से लक्ष्य तक पहुचेंगे । इस गणित विज्ञान मेले में विज्ञान विषय के कुल 95 प्रदर्श, गणित विषय के 52 तथा संगणक विषय के 49 प्रदर्श प्रदर्शित किये गये। मेले में विज्ञान प्रयोग, विज्ञान पत्रवाचन, गणित प्रदर्श, गणित प्रयोग तथा पत्रवाचन, कम्प्यूटर मॉडल तथा प्रश्नमंच की प्रतियोगिताएं सम्पन्न हुई ।
इस अवसर पर ऊना जिला अध्यक्ष यशपाल कंवर, जिला मंत्री सुखदेव शर्मा, प्रांत विज्ञान प्रमुख कुलदीप केस्टा, वैदिक गणित प्रमुख नवीन कुमार शर्मा, सूचना प्रौद्योगिकी प्रमुख संजय वर्मा, विद्यालय प्रबन्ध समिति के कुलदीप कालिया, विद्यालय के प्रधानाचार्य अंकुश पंडित व अन्य गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहे ।
विज्ञान मेले का परिणाम: शिशु वर्ग प्राथमिक चिकित्सा मॉडल विषय में सेजल जिला कांगड़ा ने पहला, सत्यांश कुल्लू ने दूसरा तथा झांसी जिला मण्डी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। पर्या वरण स्वच्छता विषय में आकांक्षा जिला शिमला ने पहला, रागिनी सोलन ने दूसरा तथा कनिका जिला कुल्लू ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । बाल वर्ग प्राथमिक वर्षा जल संरक्षण मॉडल विषय में मानविक जिला मण्डी ने पहला, विदिशा शिमला ने दूसरा तथा यक्षिता जिला सोलन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । कचरा प्रबन्धन विषय में शौर्य जिला मण्डी ने पहला, रिया शिमला ने दूसरा तथा अदिति जिला सोलन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । किशोर वर्ग खाद्य संरक्षण मॉडल विषय में डिम्पल जिला मण्डी ने पहला, सुहानी सोलन ने दूसरा तथा यत्पेन्द्र शिमला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । विज्ञान प्रश्नमंच शिशु वर्ग में शिमला जिला ने पहला, कांगड़ा जिला ने दूसरा तथा सोलन जिला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । बाल वर्ग में कुल्लू जिला ने पहला, मण्डी जिला ने दूसरा तथा सोलन जिला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। किशोर वर्ग में सोलन जिला ने पहला, शिमला जिला ने दूसरा तथा कांगड़ा जिला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । तरूण वर्ग में शिमला जिला ने पहला, कांगड़ा जिला ने दूसरा स्थान प्राप्त किया । शिमला जिला ने सर्व श्रेष्ठ जिला का पुरस्कार प्राप्त किया ।
और पढ़ें : अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस