कक्षा-शिक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्यवयन पर जोर
वाराणसी। विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश से सम्बद्ध आठों प्रान्तीय समितियों की प्रशिक्षण टोली का प्रशिक्षण वर्ग 2 से 5 दिसम्बर तक अन्तर विश्वविद्यालय अध्यापक शिक्षा केन्द्र वाराणसी में सम्पन्न हुआ। कक्षा शिक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन का मुख्य उद्देश्य लेकर आयोजित इस वर्ग में 14 सत्र चले।
पाठ्यक्रम की दृष्टि से Professional Development of Teacher, Knowledge of India, NEP-2020 in the Learning Process, 360⁰ Assessment, New Terminology in NEP-2020, N.E.P.-2020 in Classroom के साथ विद्या भारती के लक्ष्य के अनुरूप कार्यपद्धति, जीवन के भारतीय प्रतिमान, भारत केन्द्रित शिक्षा, प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा, ECCE की भारतीय प्रणाली, Pedagory के आधार पर हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन एवं शारीरिक शिक्षा का कक्षा-शिक्षण तथा उसकी विस्तृत समीक्षा की गई। प्रशिक्षण में Digital Literacy पर जोर देकर शिक्षण कार्य किया गया।
प्रशिक्षण वर्ग में सभी प्रतिभागी अपना परियोजना कार्य एवं पाठयोजना निर्माण का कार्य लेकर आए थे जिसमें NEP-2020 के निर्देशों के अनुरूप संशोधन किया गया। अनुवर्ती कार्य हेतु प्रत्येक संकुल/ जिले में प्रान्त की भांति 12-12 कार्यकताओं की प्रशिक्षण टोली की रचना कर आगामी जनवरी माह में प्रान्त/सम्भाग स्तर पर 4 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग, मार्च, अप्रैल, मई 2023 में सभी आचार्यों के 4 दिवसीय संकुल स्तरीय प्रशिक्षण वर्गों की योजना बनाई गई जिससे प्रत्येक आचार्य के कक्षा-शिक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप वांछित परिवर्तन किया जा सके।
वर्ग में विद्या भारती के अखिल भारतीय महामंत्री माननीय अवनीश भटनागर, अखिल भारतीय मंत्री माननीय शिवकुमार, अन्तर विश्वविद्यालय अध्यापक शिक्षा केन्द्र वाराणसी के क्षेत्रीय निदेशक प्रोफेसर प्रेमनारायण सिंह, क्षेत्रीय संगठन मंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश माननीय हेमचन्द्र का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। क्षेत्रीय एवं प्रान्तीय संगठन मंत्री, 8 प्रदेश निरीक्षक, प्रशिक्षण टोली के 22 प्रधानाचार्य, 29 आचार्य, 7 पूर्णकालिक (सम्भाग निरीक्षक) एवं 17 प्रान्तीय समितियों के प्रशिक्षण प्रभारी पदाधिकारी एवं विषय विशेषज्ञ आदि उपस्थित रहे।