- विभिन्न गतिविधियों में सर्वाधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
- कक्षाएं 4th -10th , कुल छात्र – 951
- संसाधक – 55 आचार्य एवं 7 अभिभावक
- समयावधि – 2 दिन
विद्युत कार्य = 102 | वीडियोग्राफी = 8 |
सिलाई = 25 | फोटोग्राफी = 5 |
बढ़ईगीरी = 20 | पत्रकारिता = 2 |
क्ले मॉडलिंग = 56 | आशु भाषण = 7 |
खाना बनाना = 170 | स्किट, ड्रामा = 42 |
पेंसिल स्केचिंग = 39 | घोषणा = 8 |
बागवानी = 41 | बहस = 9 |
किचन गार्डनिंग = 22 | पेपर रीडिंग = 6 |
कला और शिल्प = 29 | कचरे से सर्वश्रेष्ठ = 9 |
पोस्टर बनाना = 12 | योग = 54 |
स्लोगन राइटिंग = 15 | खेल = 200 |
नलसाजी = 45 | नृत्य और गीत = 25 |
नंदलाल गीता विद्या मंदिर तेपला, अंबाला में दो दिवसीय कौशल विकास वर्ग का आयोजन किया गया। संचालन करते हुए श्रीमती हरजीत जी और आशा जी ने कौशल विकास वर्ग की विधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कौशल विकास वर्ग में काज करना, बटन लगाना, तरपाई करना, पोस्टर मेकिंग, वाद-विवाद, लकड़ी का काम, बिजली का काम, सलाद बनाना, योग, क्ले मॉडलिंग, प्लंबिंग, विद्युत कार्य, बागवानी, जैविक सब्जी वाटिका, भाषण कौशल, नृत्य, गायन, खेलकूद, वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी, इंटरव्यू, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट आदि के बारे में आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है। प्राचार्य बलवंत सिंह जी ने कौशल विकास वर्ग का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि विद्यार्थी को केवल पुस्तक ज्ञान ही आवश्यक नहीं है, अपितु दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाली विधाओं का भी ज्ञान होना आवश्यक है। इस प्रकार के कार्यक्रम को विद्यालय का समय-समय पर आयोजित करने का उद्देश्य यही है कि विद्यार्थी अपने जीवन में किसी न किसी विधा में निपुणता प्राप्त करे। इस प्रकार की कार्यशालाओं से विद्यार्थियों का कौशल विकास होता है और इनके प्रति रुचि बढ़ती है।