राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में अग्रणी योद्धा हमारा आचार्य होः श्री डी. रामकृष्ण राव
गाजियाबाद। देश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव लाने व आत्मनिर्भर एवं सशक्त भारत के लिए भावी पीढ़ी का निर्माण हो सके, इसके लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 विद्या भारती के सभी विद्यालयों में लागू हो गई है। ऐसे में शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हो और इसके लिए अच्छे शिक्षक तैयार हो सकें, इस पर कार्य किया जा रहा है। इसके लिए देश के विभिन्न प्रांतों में प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण विद्या भारती द्वारा कराया जा रहा है। इसी कड़ी में तीन दिवसीय (28 फरवरी से 2 मार्च) अखिल भारतीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर और दुर्गावती हेमराज टाह सरस्वती विद्या मंदिर, नेहरू नगर गाजियाबाद में संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यशाला का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के अनुसार शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण देना था। इस अवसर पर विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री गोविन्द महन्त ने कहा कि एक निश्चित लक्ष्य के लिए हम सभी कृत संकल्पित हैं। हम विद्या भारती के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ देश और सर्वमान्य देश बनाने का कार्य कर रहे हैं।
विद्या भारती के अध्यक्ष श्री डी. रामकृष्ण राव ने कहा कि संभ्रम की स्थिति से स्पष्टता की ओर हम आ गये हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन में अग्रणी योद्धा हमारा आचार्य हो। श्री अवनीश भटनागर-अखिल भारतीय महामंत्री, श्री श्रीराम आरावकर-अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री, एनसीईआरटी की प्रोफेसर एंड हेड सीआईईटी – रंजना अरोड़ा, श्री भरत भाई धोंकई – निदेशक समुद्र विकास प्रकल्प गुजरात, प्रोफेसर सुखविन्दर – एनसीईआरटी, श्रीमती नम्रता दत्त – सह संयोजिका शिशा वाटिका, श्री ए. लक्ष्मणराव – प्रभारी प्रशिक्षण विभाग आदि ने भी विचार रखे।
प्रशिक्षण कार्यशाला में अखिल भारतीय टोली के सदस्य, क्षेत्रों के संयोजक, सहसंयोजक और प्रान्तों के संयोजक व सह संयोजक उपस्थित रहे।
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