समाज के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करें पूर्व छात्रः गोबिन्द महंत
रायपुर (छत्तीसगढ़)। विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद् की दो दिवसीय अखिल भारतीय बैठक का 17-18 दिसंबर 2022 को आयोजन किया गया।
बैठक में विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री माननीय गोबिन्द चंद्र महंत ने पूर्व छात्रों से अपेक्षा और लक्ष्य तय करने को कहा। संस्कार को परिवार और समाज में लेकर जाना है। पूर्व छात्र समाज में उदाहरण बनें और पूर्व छात्रों को संगठन में जोड़ें।
माननीय काशीपति, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य ने संगठनात्मनक, दायित्वबोध, योजना आदि पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सुप्त शक्ति को जाग्रत करना, जाग्रत शक्ति को सक्रिय रखना और सभी को नए सेवाकार्यों से जोड़ने हेतु प्रेरित करना चाहिए।
अखिल भारतीय प्रभारी माननीय विजय नड्डा जी ने सभी के प्रश्नों के उत्तर दिए और सुझाव लिए। पूर्व छात्र परिषद के संयोजक डॉ. पंकज शर्मा ने बताया कि पूर्व छात्रों की ओर से पिछले वर्ष से अभी तक देशभर में जरूरतमंदों को भोजन, राशन, शिक्षा सामग्री, कपड़े वितरित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही रक्तदान शिविर, पौधारोपण, लंपी वायरस उन्मूलन अभियान, संस्कार केंद्र आदि गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी 11 क्षेत्रों और 37 प्रांतों में पूर्व छात्र परिषद का गठन हो गया है।
छत्तीसगढ़ प्रान्त संयोजक परिचय मिश्रा ने सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकार दी।
सह-संयोजक राहुल सिंघल ने पोर्टल की जानकारी दी। संयोजक डॉ. पंकज शर्मा ने विशिष्ट पूर्व छात्रों, NRI, NCR पूर्व छात्रों से सम्पर्क करने पर चर्चा की।
पूर्व छात्र संवाद, विवेकानंद व्याख्यानमाला की समीक्षा और कौशल विकास, CSR, ATL, रोजगार, स्व-रोजगार, Career Counseling पर चर्चा की गई। सभी क्षेत्रों, प्रांतों ने पिछले वर्ष की गतिविधियों, कार्यक्रमों और सामाजिक कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक में देशभर से 44 दायित्वान और तीन विशिष्ट पूर्व छात्रों ने भागीदारी की।
विद्या भारती के अखिल भारतीय सह-संगठन मंत्री माननीय श्रीराम आरावकर, माननीय राजेंद्र खेतान, माननीय भालचन्द्र रावले, माननीय डॉ आनंद राव का भी सानिध्य मिला।